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खेत में लगे कटीले तारों में फंसकर चीतल की मौत

बांकेगंज। दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन की महुरेना बीट के जंगल से सटे खेतों में कंटीले तारों में उलझकर घायल हुई मादा चीतल की मौत हो गई।
मादा चीतल चारे की तलाश में बांकेगंज कस्बा से सटे अहिरनपुर गांव के एक खेत में घुसने की कोशिश कर रही थी। इसी बीच ब्लेड वाले तारों में उसकी गर्दन फंस गई, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई और कुछ ही देर बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फॉरेस्टर राजेंद्र वर्मा और वन रक्षक राम सागर कुशवाहा ने चीतल के शव को कब्जे में लेकर कस्बा स्थित पशु चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे दफना दिया। वन विभाग के मुताबिक, चीतल की उम्र करीब ढाई साल है। रेंजर मैलानी केपी सिंह ने बताया कि महुरेना बीट के जंगल से सटे खेत में ब्लेड वाले तारों में फंसकर एक मादा चीतल की मौत हो गई थी, जिसका नियमानुसार पोस्टमार्टम कराया गया है। संवाद