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जनरल स्टोर पर बरामद हुई प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन

अधिकारी बोले, दुकानदार लेबल हटाकर बेच रहा था इंजेक्शन
मौके पर 700 इंजेक्शन मिले, एडीएम की अगुवाई में एफएसडीए ने की कार्रवाई
लखीमपुर खीरी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने बृहस्पतिवार को शहर से सटे गांव सुआगाड़ा में जनरल स्टोर की दुकान पर छापा मारा, जहां पर भारी मात्रा में 700 प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद हुए। अधिकारियों के मुताबिक दुकानदार ने इंजेक्शन से लेबल हटा रखा था।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एडीएम अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार रावत, सीतापुर के ड्रग इंस्पेक्टर नवीन कुमार और अभिहित अधिकारी कौशलेंद्र शर्मा ने सुआगाड़ा थाना कोतवाली सदर निवासी राम भजन के जनरल स्टोर पर छापा मारा। अधिकारियों का काफिला देख दुकानदार भौचक्का रह गया। टीम ने ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तलाश में दुकान का गहनता से निरीक्षण किया तो छिपाकर रखे गए करीब 700 इंजेक्शन बरामद हो गए।

दुकानदार राम भजन ने बताया कि प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने के लिए एक अपरिचित व्यक्ति द्वारा उसे प्रति महीना खेप पहुंचाई जाती है। इसके अलावा कोई अन्य पुख्ता जानकारी नहीं दे सका। लिहाजा एडीएम ने पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश ड्रग इंस्पेक्टर को दिए हैं।
प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन के इंजेक्शन कुछ माह पहले भी मोहम्मदी क्षेत्र की एक दुकान से बरामद हुए थे, तब शाहजहांपुर के व्यापारी द्वारा जनपद में ऑक्सीटोसिन की सप्लाई भेजे जाने की जानकारी मिली थी। हालांकि विभागीय अधिकारी अब तक ऑक्सीटोसिन के बड़े कारोबारियों को नहीं पकड़ पाए हैं, जिससे चोरी-छिपे प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बेचा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन बेचे जाने की शिकायत आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन से की गई थी, जिसके बाद उच्चाधिकारियों ने छापा मार कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। सीतापुर के ड्रग इंस्पेक्टर को भी कार्रवाई में शामिल किया गया था।
इंजेक्शन पर लेबल नहीं हैं, जिससे कार्रवाई करने में तकनीकी दिक्कत आ रही है। इंजेक्शन का सैंपल जांच के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला में भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट प्राप्त होने पर सक्षम न्यायालय में आरोपी दुकानदार के खिलाफ वाद दायर किया जाएगा।
- सुनील कुमार रावत, ड्रग इंस्पेक्टर, एफएसडीए