Lakhimpur Kheri : बाजार का समय बढ़ने पर लौटी रात की रौनक
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देखते हुए शासन ने 30 अप्रैल को कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया। संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ धीरे-धीरे कर्फ्यू की समय सीमा भी बढ़ती गई। मई के अंत में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आने पर शासन ने सिर्फ बाजार खोलने की अनुमति दी। वह भी सिर्फ सुबह सात से शाम सात बजे तक। बाजार के साथ रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति न मिलने से इनके संचालकों में मायूसी थी। सोमवार से खुले रेस्टोरेंट और होटलों में बेहद कम संख्या में लोग ही पहुंचे। हालांकि संचालकों को ग्राहकों के बड़ी संख्या में उमड़ने की उम्मीद थी, इसी हिसाब से उन्होंने तैयारियां भी की हुई थीं।
शिवम रेस्टोरेंट के संचालक कदम रिषि नागर बताते हैं कि करीब 50 दिन से काम धंधा बंद था, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी से लेकर बिजली बिल आदि तो देना ही होता था। अब काम धाम शुरू होने से बेपटरी हुई आर्थिक स्थिति भी धीरे-धीरे पटरी पर लौट आएगी।
स्वाद रेस्टोरेंट के संचालक आशू गुप्ता का कहना है कि 50 दिन की बंदी ने सारा कारोबार बेपटरी कर दिया था। मगर, रेस्टोरेंट खुलने से कारोबार को भी धीरे-धीरे गति मिलने लगेगी। बाजार खुलने से सड़कों पर रौनक बढ़ेगी और कारोबार को गति।
बाजार हुआ गुलजार, मगर हो रही लापरवाही
दो घंटे और बाजार खोलने की अनुमति मिलने से खपरैला बाजार में काफी रौनक रही। पहले जहां सात बजते ही बाजार में सन्नाटा पसर जाता था, तो वहीं सोमवार को रात आठ बजे तक खपरैला बाजार की तंग गलियां गुलजार रहीं। मगर, इस दौरान खरीदारों में लापरवाही देखने को मिली। न तो दो गज की दूरी का पालन होता दिखा और न ही मास्क लगाने का।