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पात्रों को मिलेगा आवास, बनेंगी इंटरलॉकिंग सड़कें और पक्की नालियां

पसगवां। साढ़े पांच हजार आबादी वाली ग्राम पंचायत पसगवां विकास खंड मुख्यालय होने के बाद काफी पिछड़ी हुई है। दूषित पेयजल, बदहाल शिक्षा एवं स्वास्थ्य से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने प्रभावती गुप्ता को प्रधान चुना है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि पहली बार प्रधान बनीं प्रभावती गांव की समस्याएं दूर करवाएंगी। वहीं ग्राम प्रधान ने भी गांव के विकास का वादा किया है।

पहचान
इतिहास में ग्राम पंचायत का अहम स्थान है। मुगल शासक औरंगजेब के सिपहसालार पसगाशाह ने सैनिकों का यहां पड़ाव बनाया था। उन्होंने ही पसगवां बसाया था। बताया जाता है कि अवध के नवाब वाजिद अली शाह के पीने के लिए यहां के कुएं का शुद्ध पानी ऊंटों से लखनऊ भेजा जाता था। यहां ॐ कालेश्वर महादेव का मंदिर दर्शनीय स्थल है।

एक नजर
1- आबादी- 5500
2-मतदाता- 2798
3-साक्षरता- 65 प्रतिशत
4- पेशा- कृषि, व्यापार

समस्याएं
1- गांव में दूषित पेयजल
2- बदहाल स्वास्थ्य और शिक्षा
3- सफाई कर्मचारी नहीं
4- पंचायत घर नहीं
5- सामुदायिक शौचालय नहीं

प्राथमिकताएं
1- शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना
2- पात्रों को प्रधानमंत्री आवास
3- पात्रों को पेंशन दिलवाना
4- हर घर को शौचालय
5- सड़कों पर इंटरलॉकिंग बिछवाना

गरीबों को प्रधानमंत्री आवास, शौचालय की सुविधा दिलाऊंगी। ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से स्कूलों को स्वच्छ बनाने को कोशिश करेंगे। अधिकारियों की मदद से शासन द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे।
- प्रभावती गुप्ता, ग्राम प्रधान

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. वृंदावन शुक्ल के पौत्र इंद्र कुमार शुक्ल का कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में द्वारों और सड़कों का निर्माण कार्य करवाया जाए।
सेवानिवृत्त शिक्षक मुश्ताक अली का कहना है कि गांव में एक बरातघर की कमी है। इसका निर्माण कराया जाना चाहिए और बालकों के लिए एक स्टेडियम का निर्माण हो, जिससे खेल प्रतिभाओं का विकास हो।