सियासी हलचल : भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के प्रस्ताव बने कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष
लखीमपुर खीरी। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सूरज सिंह का भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी ओम प्रकाश का प्रस्तावक बनने से सियासी गलियारे में हलचल है। कांग्रेसियों को जवाब देते नहीं बन रहा है। सूरज सिंह इसे पारिवारिक मामला बता रहे हैं। वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रहलाद पटेल का कहना है कि यह अनुशासनहीनता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद ताबड़तोड़ हो रहे कांग्रेसियों के इस्तीफे से कांग्रेस अभी संभल भी नहीं पाई थी कि कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सूरज
सिंह भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जा खड़े हुए। मामले का पता चलते ही आनन फानन में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति को पत्र लिखकर सूरज सिंह के खिलाफ अनुशासन हीनता के आरोप में कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पार्टी से बाहर करने की मांग की।
जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि सूरज सिंह पार्टी के समर्थन पर दोबारा जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं। उनके इस कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। पिछले डेढ़ साल से सूरज सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश नुशासन समिति ने भी सूरज सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर अपना जवाब देने को कहा है। उधर, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सूरज सिंह का कहना है कि उनके परिवार का मामला था, इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं। जबकि भाजपा का कहना है कि सूरज सिंह उनके साथ हैं।
पार्टी की तरफ से कोई व्हिप जारी नहीं की गई थी। इसलिये पार्टी व्हिप का न तो उल्लंघन है और न ही भाजपा से कोई लेना-देना। हमारे परिवार का मामला था, इसलिये उनके साथ खड़ा था। यह पार्टी विरोध नहीं है। कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगा।
- सूरज सिंह, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष
कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष के पद पर बने रहते हुए भाजपा प्रत्याशी का प्रस्तावक बनना सरासर अनुशासनहीनता है। उनकी भाजपा जिलाध्यक्ष से भी काफी करीबी है। लखीमपुर से विधायकी का भाजपा से टिकट चाहते हैं, जबकि कांग्रेस से भी टिकट मांग रहे हैं।
- प्रहलाद पटेल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष
सूरज सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं और हमारे समर्थन में हैं। इस चुनाव में उनका भी हमको समर्थन हासिल है। इसके अलावा हमारे साथ कई सपाई भी हैं।
- सुनील सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष
सपा से सुशीला देवी आज वापस लेंगी पर्चा
लखीमपुर खीरी। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन में नाम वापसी के आखिरी दिन मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल करने वाली और सपा से जुड़ी रहीं सुशीला देवी आज पर्चा वापस ले लेंगी।
26 जून को कलक्ट्रेट में नामांकन के दौरान सपा की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा प्रत्याशी अंजलि भार्गव के अलावा सुशीला देवी ने भी अध्यक्ष पद के लिये नामांकन किया था। तभी से कयास लगाया जा रहा था कि सुशीला देवी पर्चा वापस ले सकती हैं। क्योंकि दोनों ही प्रत्याशी पूर्व विधायक सुनील लाला के परिवार की बहुएं हैं, जबकि अंजलि भार्गव सपा की तरफ से घोषित प्रत्याशी हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से सिर्फ एक प्रत्याशी ओम प्रकाश भार्गव ने ही पर्चा दाखिल किया था। चूंकि भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ सपा ने मोर्चा खोल दिया था, इसलिये उन्हें शक था कि कहीं भाजपा ही उनकी तरह तैयारी न करके बैठी हो।
सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने बताया कि आज सुशीला देवी अपना पर्चा वापस ले लेंगी। दो उम्मीदवारों के सवाल पर उन्होंने बताया कि सपा हर चुनाव में दो प्रत्याशियों को उतारती है। वहीं भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आयोग और हाईकोर्ट जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी पेपर निकलवा रहे हैं। जल्द ही अगला कदम उठाएंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद ताबड़तोड़ हो रहे कांग्रेसियों के इस्तीफे से कांग्रेस अभी संभल भी नहीं पाई थी कि कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सूरज
सिंह भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जा खड़े हुए। मामले का पता चलते ही आनन फानन में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति को पत्र लिखकर सूरज सिंह के खिलाफ अनुशासन हीनता के आरोप में कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पार्टी से बाहर करने की मांग की।
जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि सूरज सिंह पार्टी के समर्थन पर दोबारा जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं। उनके इस कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। पिछले डेढ़ साल से सूरज सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश नुशासन समिति ने भी सूरज सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर अपना जवाब देने को कहा है। उधर, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सूरज सिंह का कहना है कि उनके परिवार का मामला था, इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं। जबकि भाजपा का कहना है कि सूरज सिंह उनके साथ हैं।
पार्टी की तरफ से कोई व्हिप जारी नहीं की गई थी। इसलिये पार्टी व्हिप का न तो उल्लंघन है और न ही भाजपा से कोई लेना-देना। हमारे परिवार का मामला था, इसलिये उनके साथ खड़ा था। यह पार्टी विरोध नहीं है। कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगा।
कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष के पद पर बने रहते हुए भाजपा प्रत्याशी का प्रस्तावक बनना सरासर अनुशासनहीनता है। उनकी भाजपा जिलाध्यक्ष से भी काफी करीबी है। लखीमपुर से विधायकी का भाजपा से टिकट चाहते हैं, जबकि कांग्रेस से भी टिकट मांग रहे हैं।
- प्रहलाद पटेल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष
सूरज सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं और हमारे समर्थन में हैं। इस चुनाव में उनका भी हमको समर्थन हासिल है। इसके अलावा हमारे साथ कई सपाई भी हैं।
- सुनील सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष
सपा से सुशीला देवी आज वापस लेंगी पर्चा
लखीमपुर खीरी। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन में नाम वापसी के आखिरी दिन मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल करने वाली और सपा से जुड़ी रहीं सुशीला देवी आज पर्चा वापस ले लेंगी।
26 जून को कलक्ट्रेट में नामांकन के दौरान सपा की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा प्रत्याशी अंजलि भार्गव के अलावा सुशीला देवी ने भी अध्यक्ष पद के लिये नामांकन किया था। तभी से कयास लगाया जा रहा था कि सुशीला देवी पर्चा वापस ले सकती हैं। क्योंकि दोनों ही प्रत्याशी पूर्व विधायक सुनील लाला के परिवार की बहुएं हैं, जबकि अंजलि भार्गव सपा की तरफ से घोषित प्रत्याशी हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से सिर्फ एक प्रत्याशी ओम प्रकाश भार्गव ने ही पर्चा दाखिल किया था। चूंकि भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ सपा ने मोर्चा खोल दिया था, इसलिये उन्हें शक था कि कहीं भाजपा ही उनकी तरह तैयारी न करके बैठी हो।
सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने बताया कि आज सुशीला देवी अपना पर्चा वापस ले लेंगी। दो उम्मीदवारों के सवाल पर उन्होंने बताया कि सपा हर चुनाव में दो प्रत्याशियों को उतारती है। वहीं भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आयोग और हाईकोर्ट जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी पेपर निकलवा रहे हैं। जल्द ही अगला कदम उठाएंगे।