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मुकदमे की रंजिश में अधिवक्ता पर फायरिंग, बस में घुसकर बचाई जान

तहसील अधिवक्ता संघ निघासन के उपाध्यक्ष हैं उमाकांत जायसवाल

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अधिवक्ता की तहरीर पर पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट सिंगाही (लखीमपुर खीरी)। कचहरी जाते समय सोमवार को तहसील अधिवक्ता संघ निघासन के उपाध्यक्ष उमाकांत जायसवाल पर अज्ञात बाइक सवारों फायरिंग कर दी। उपाध्यक्ष ने वहां से गुजर रही एक बस में घुसकर अपनी जान बचाई। उनका कहना है कि मुकदमे के रंजिश में हमला हुआ। मामले में जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सोमवार दोपहर करीब 12 बजे सिंगाही कस्बे के वकील तथा तहसील अधिवक्ता संघ निघासन के उपाध्यक्ष उमाकांत जायसवाल घर से तहसील के लिए बाइक पर निकले थे। रास्ते में निघासन-सिंगाही रोड पर घोसियाना गांव के पास बाइक सवार तीन युवकों में से एक ने उमाकांत पर पीछे से तमंचे से फायर कर दिया, जिससे वह बाल-बाल बच गए। इसके बाद तीनों युवक अपनी बाइक उनके पास में लाकर ओवरटेक करने लगे। इस बीच लाल गमछा डाले युवक के हाथ में अपनी तरफ तना तमंचा देखकर उन्होंने बाइक भगाने की कोशिश की, लेकिन तभी हमलावर ने बाइक पर पैर मारकर उन्हें सड़क पर गिरा दिया।

बाद में गमछा डाले युवक ने उमाकांत के सिर में गोली मारने की बात कहते हुए उनके सिर से हेलमेट उतारने की कोशिश की। इसके लिए उसने तमंचे के बट से कई वार उनके सिर पर किए। बचाव में बदमाश से भिड़े उमाकांत के हाथ पर बट की कई चोटें आई हैं। इसी दौरान निघासन की तरफ से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और उसके पीछे प्राइवेट सवारी बस आ गई। उमाकांत बाइक वहीं छोड़कर भागकर बस में चढ़ गए। सवारियों के शोर मचाने पर हमलावर तमंचा लहराते हुए भाग गए। उसी बस से सिंगाही थाने पहुंचे उमाकांत ने एसओ इंस्पेक्टर भानुप्रताप सिंह को घटना की जानकारी दी।
इस पर एसओ समेत अन्य एसआई और सिपाही घटनास्थल पहुंच गए और वहां का मुआयना किया। सूचना पाकर तहसील से अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एसके पांडे, मंत्री सर्वेश मिश्र समेत तमाम वकील भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने कई जगह सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। इसमें एक जगह तीनों हमलावरों को देख लिया गया। तीनों हमलावर एक पेट्रोल पंप पर खड़े होकर उमाकांत का इंतजार कर रहे थे। उनके निकलते ही वे उनका पीछा करने लगे।

सीओ ने भी थाने पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

उमाकांत जायसवाल ने एक मुकदमे की वजह से रंजिश मानने और इससे पहले भी उनको जान से मारने की धमकी देने की बात कहते हुए कस्बे के ही एक व्यक्ति और उनकी मां पर अज्ञात हमलावरों से जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। बताया कि छह साल पहले भी हमलावरों ने जान लेने की कोशिश की थी, मगर वह बच गए थे। एसओ भानुप्रताप सिंह ने बताया कि जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए हमलावरों की तलाश शुरू कर दी गई है।