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हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर बोले- आंकड़ों पर बहस करने से मृत व्यक्ति लौटकर नहीं आ सकता

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के उस बयान पर विवाद हो गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि 'आंकड़ों पर बहस करने से मृत व्यक्ति लौटकर नहीं आ सकता है.'

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि कोविड-19 से हुई मौतों के आंकड़े पर बहस करने का कोई तुक नहीं है क्योंकि मरा व्यक्ति लौटकर तो नहीं आ सकता, ऐसे में अब मरीजों को राहत देने पर ध्यान दिया जाना चाहिए.

वह कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों के कथित रूप से कम आंकड़े दिखाये जाने के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब दे रहे थे, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि श्मशान घाट एवं कब्रिस्तान आदि का परिदृश्य आधिकारिक आंकड़ों में परिलक्षित नहीं होता है.


मुख्यमंत्री ने सोमवार को यहां कहा, ‘‘जिस प्रकार की कठिन स्थिति से हम गुजर रहे हैं, उसमें हमें आंकड़ों से नहीं खेलना है. हमारा पूरा ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि कैसे लोग संक्रमण से उबरें, कि कैसे हम उन्हें राहत प्रदान कर सकें.’’


उन्होंने कहा, ‘‘ और जो लोग मर गये हैं, वे विवाद खड़ा करने पर लौटकर नहीं आयेंगे. ’’ उन्होंने कहा कि इस बहस में जाने का कोई तुक नहीं है कि क्या मौतों का आधिकारिक आंकड़ा सही है.


विपक्षी कांग्रेस ने तत्काल उनके बयान की निंदा की. पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ ये बस निर्मम शासक के ही शब्द हो सकते हैं. ’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ हर मौत सरकार की अकार्यकुशलता का परिणाम है, इसलिए उस पर शोर मचाने की जरूरत है, ताकि बहरी बीजेपी सरकार को उसकी प्रतिध्वनि सुनाई दे. ’’


आदमपुर से कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट किया, ‘‘ ये बयान शर्मनाक हैं. मैं मुख्यमंत्री की सोच की कड़ी निंदा करता हूं. ’’


खट्टर कोविड-19 मरीजों के वास्ते ऑक्सीजन की आपूर्ति एवं अन्य सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए रोहतक, पानीपत, हिसार और फरीदाबाद गये थे. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ हम हर मुमिकन प्रयास करेंगे ताकि जिंदगियां बचें. मौंतें अधिक हैं या कम, उस बहस में पड़ने का कोई तुक नहीं है .’’


उन्होंने कहा, ‘‘ क्या हम तंत्र को सही कर पा रहे हैं या नहीं, प्रश्न यह है. हमारी तरफ से हम चीजें व्यवस्थित कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कौन जानता था कि यह महामारी आएगी, न आप, न हम. इसका मुकाबला करने के लिए हमें युवकों, मरीजों समेत सभी के सहयोग की जरूरत है. इसलिए ये मुद्दे किसी विवाद का विषय नहीं होने चाहिए.’’


मुख्यमंत्री से रोहतक के पीजीआईएमएस अस्तपाल द्वारा चिकित्सकीय ऑक्सीन की कमी के चलते रविवार रात को कुछ समय के लिए मरीजों की भर्ती नहीं करने के बारे में पूछा गया.


उन्होंने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव बहुत घट गया था और यदि वे और मरीजों को लेने लगते तो पहले से भर्ती मरीजों की देखभाल नहीं कर पाते. खट्टर ने कहा कि लेकिन चीजें सही कर ली गयी हैं एवं सोमवार से मरीज भर्ती किये जाने लगे हैं