-->

Lakhimpur Kheri : खर्चे का हिसाब न देने पर 16 सदस्यों ने दिया इस्तीफा

गोला गोकर्णनाथ। पिछले और मौजूदा सत्र के खर्चों का हिसाब न देने पर बुधवार को नगर पालिका के 16 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ, जिसकी वजह से बैठक स्थगित करनी पड़ी।
पालिका सभागार में अध्यक्ष मीनाक्षी अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में पिछली बैठक की कार्रवाई प्रधान लिपिक राजेश बाजपेयी ने पढ़कर सुनाई, जिसमें सभासदों ने पिछली बैठक में उठाए गए छह बिंदुओं का जवाब मांगा। सदस्य अचल अवस्थी, हरिओम वर्मा ने सत्र 2019-20 और 2020-21 की आय-व्यय का ब्योरा उपलब्ध कराने की मांग की। कहा कि पालिका की मुखिया होने के नाते उन्हें अपने सदस्यों को इसकी जानकारी दिलानी चाहिए। जब उन्हें आय-व्यय का ब्योरा मिल जाएगा, तब वह लोग मीटिंग के प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे।

सदस्य पंकज गुप्ता ने कहा कि छह बिंदुओं का जवाब नहीं दिया जा रहा है, जिससे आहत होकर वह अपना इस्तीफा सौंप रहे हैं। इस पर मौजूद तमाम सदस्यों ने उनकी बात का समर्थन किया। पिछले वर्षों के आय-व्यय के ब्यौरा प्रस्तुत करने पर तमाम सदस्य अड़े रहे, जिससे सहमति नहीं बन सकी और बैठक स्थगित हो गई। पालिकाअध्यक्ष ने कहा कि शर्तों के साथ बैठक नहीं होगी।
आय-व्यय का ब्योरा न देना सदन की मर्यादा के खिलाफ
पालिका सदस्य पंकज गुप्ता ने कहा कि बहुमत न होने पर भी वर्ष 2019-20 और वर्ष 2020-21 का बजट एवं 2019 में हुए चैती मेले में आय-व्यय का ब्योरा न दिया जाना सदन की मर्यादा के खिलाफ है। पंकज गुप्त, आनंद सोनी, संजय वर्मा, राजेश गुप्ता, हर्ष अवस्थी, फरहानाज, मीरा उर्फ फातिमा, ममता देवी, रचना जायसवाल, गुड़िया, जमाल अहमद समेत 16 सदस्य सामूहिक रूप से ईओ प्रदीप नारायण दीक्षित को इस्तीफा सौंपकर सभागार से बाहर चले गए।
पालिका बोर्ड की बैठक शुरू होते ही कुछ सदस्य आय व्यय का ब्योरा मांगने पर अड़ गए, समझाने पर भी नहीं माने और इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे। बोर्ड बैठक विधिक तरीके से शुरू हुई थी। असंतुष्ट पालिका सदस्यों का इस्तीफा ले लिया गया है। उच्चाधिकारियों को सूचना देकर आय व्यय के मदों की जांच कर असंतुष्ट सदस्यों को संतुष्ट करने का प्रयास किया जाएगा।
- प्रदीप नारायण दीक्षित, ईओ, नगर पालिका परिषद गोला
पिछले बजट सत्र में लॉकडाउन लगने की वजह से बैठक नहीं हो पाई थी। बुधवार को छह बिंदुओं पर जवाब मांगे गए। ईओ की तरफ से जवाब भी दिए गए। बावजूद इसके विरोध जताया। यह विरोध राजनीतिक है। इसके पीछे कुछ लोग हैं। जब तक निर्दलीय रही। सब कुछ ठीक-ठाक रहा। 2012 और 2017 में दो-दो बार निर्दलीय चुनाव जीता। 2019 में जबसे भाजपा में शामिल हुई। तब से इस तरह के विरोध शुरू हुए हैं।
- मीनाक्षी अग्रवाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गोला