Coronavirus News: यूपी में कक्षा आठ तक के स्कूल रविवार तक बंद, वैक्सीनेशन के लिए निजी कर्मियों को अवकाश
होली पर्व मनाकर गोरखपुर से लौटे मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक कर हालात की समीक्षा कर इस संबंध में निर्देश दिए। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया कि कुछ जिलों में संक्रमण के अधिक मामलों को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि कक्षा आठ तक के सभी स्कूल अगले रविवार यानी चार अप्रैल तक बंद रहेंगे। वहीं, अन्य शिक्षण संस्थान कोविड प्रोटोकॉल के सख्ती से पालन के साथ खोले जाएंगे। शिक्षक, स्टाफ और विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा। इसके अलावा सभी वार्ड और ब्लॉक में निगरानी समितियों की सक्रियता बढ़ाई जा रही है। त्योहार पर दूसरे राज्यों से आने वालों की कान्टेक्ट ट्रेङ्क्षसग, जांच आदि गंभीरता से कराने के लिए कहा गया है। इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद भी उपस्थित थे।
वहीं अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को हुई ऑनलाइन बैठक में पांच अप्रैल से क्लास शुरू करने का निर्णय लिया गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए मांटेसरी से लेकर कक्षा 12 तक के स्कूल खोलने को लेकर तैयारी पूरी है। मगर इस सप्ताह अवकाश अधिक होने के कारण अधिकांश स्कूल संचालक सोमवार से स्कूल खोलने के पक्ष में हैं। अनिल ने बताया कि अगर इस दरम्यान इस संबंध में सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी होते हैं तो एसोसिएशन द्वारा उसी अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
टीका लगवाने के लिए निजी कर्मियों को भी अवकाश : टीकाकरण के लिए जो लक्ष्य है, उसकी तुलना में जनता में जागरुकता कुछ कम नजर आ रही है। अब टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए सरकार ने नया तरीका सोचा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि टीकाकरण कराने वाले सरकारी कर्मी को अवकाश अनुमन्य किया जाए। इसी तरह निजी क्षेत्र के कर्मियों के लिए भी टीका लगवाने के लिए अवकाश की व्यवस्था करें।
स्थानीय जरूरत देख बढ़ाएं कोविड अस्पताल : सीएम योगी ने डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों को पूरी क्षमता से चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि इन अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ, आवश्यक दवा, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की उपलब्धता रहे। स्थानीय स्तर पर स्थिति का आकलन करते हुए जरूरत के अनुसार कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि की जाए। इसके तहत पहले चरण में सरकारी अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में फिर सक्रिय किया जाए। साथ ही बालिका संरक्षण गृह, अनाथाश्रम, वृद्धाश्रम, आवासीय विद्यालयों आदि में फोकस टेस्टिंग के साथ ही संदिग्ध मामलों में आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कराने के लिए भी कहा गया है।