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ऐसे होगी लापरवाही तो फिर कैसे रुकेगी महामारी

 ऐसे होगी लापरवाही तो फिर कैसे रुकेगी महामारी



लखीमपुर खीरी। कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। दूसरी लहर के हालात बनने लगे हैं। इससे केंद्र एवं प्रदेश सरकार से लेकर स्वास्थ्य महकमा चिंतित है कि कहीं फिर से पिछले साल की तरह लॉकडाउन के हालात न बन जाएं, लेकिन जिम्मेदार से लेकर जिलेवासी हर स्तर पर लापरवाही बरत रहे हैं। यह स्थिति तब है जब दूसरे प्रदेशों में रह रहे कामगारों ने होली पर घर वापसी करनी शुरू कर दी है।
होली पर बसों से लेकर ट्रेनों में भीड़ उमड़ रही है। दिल्ली एवं लखनऊ से आने वालों लोगों के लिए परिवहन निगम अतिरिक्त बसों का संचालन कर रहा है। मगर इन बसों को सैनिटाइज तक नहीं कराया जाता। वहीं चालक परिचालक न तो स्वयं मास्क पहनते हैं और न ही यात्रियों को ही पहनने के लिए कहते हैं, जबकि दूसरे राज्यों से आ रहे लोग पिछले साल की तरह फिर से जिले के मुसीबत बन सकते हैं।
दो दिन पहले गोला डिपो की एक बस चेन्नई एवं केरल के लोगों को लखनऊ से लेकर आई। मगर, इसके बाद वह कहां गए यह किसी को नहीं पता। रोडवेज प्रशासन का कहना है कि सामान्य बसों से आ रहे यात्रियों की जानकारी रख पाना संभव नहीं है। उधर, त्योहार की खरीदारी के लिए बाजार में खूब भीड़ भी उमड़ रही है। ऐसे में यदि लोग स्वयं जागरूक न हुए तो मुसीबत बढ़ना तय है।
बिना मास्क बाजार में खरीदारी कर रहीं महिलाएं
होली को लेकर बाजार में भीड़ होने लगी है। बृहस्पतिवार को खपरैला बाजार में खासी भीड़ रही। रेडीमेड कपड़ों से लेकर साड़ी आदि की दुकानों पर महिलाएं खरीदारी करती दिखीं मगर, बिना मास्क। न तो महिलाओं को अपनी सुध है और न ही घर परिवार की।
बसों में कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी
पिछले साल कोरोना से बचाव को लेकर रोडवेज प्रशासन खासा मुस्तैद रहा। मगर, अब उतनी ही लापरवाही हो रही है। बसों को सैनिटाइज तक नहीं कराया जा रहा। परिचालकों को भी न तो मास्क दिया जा रहा है और न ही सैनिटाइजर।
छात्रों की सुरक्षा का दंभ भरने वाले स्कूल संचालक भी बेपरवाह हो गए हैं। स्कूल में भले ही छात्राओं को मास्क पहनने के लिए कहते हों, लेकिन रास्ते में छात्राएं बिना मास्क रहती हैं। जबकि स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि छात्र छात्राओं को मास्क लगाने की प्रेरणा दें।
जिम्मेदार भी लापरवाह
स्वास्थ्य महकमे ने रोडवेज बस अड्डे पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के लिए टीम लगाई। मगर, बृहस्पतिवार की दोपहर एक बजे के बाद टीम कोविड डेस्क से नदारद हो गई। जबकि दोपहर में ही लखनऊ और दिल्ली से बसों का आना जाना शुरू हो जाता है। इस मामले में एसीएमओ डॉ. एसके चक ने बताया कि टीम की ड्यूटी सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक है। दूसरी टीम आने के बाद ही पहली टीम के लोगों को जाना चाहिए।
रोजाना रात में दिल्ली से आ रही बसें
मोहम्मदी। कस्बे से दिल्ली के लिए तमाम निजी बसें चल रही हैं। अधिकांश बसें रात में चलती हैं। इन बसों में कोरोना गाइड लाइन का पालन तक नहीं होता। अमीरनगर, शुक्लापुर चौराहा एवं मगरेना गांव से करीब एक दर्जन से अधिक बसें रोजाना दिल्ली जाती हैं, जिनकी वापसी रात में होती है। लोगों का कहना है कि इनसे हरियाणा, दिल्ली, मेरठ आदि राज्यों में काम करने कामगार वापसी कर रहे हैं। वे लोग बिना जांच के घर जा रहे हैं।
पसगवां क्षेत्र में मिले चार संक्रमित, हड़कंप
पसगवां। सीएचसी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को चार कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अश्विनी कुमार वर्मा ने बताया कि जांच में अजबापुर चीनी मिल में दो, मुल्लापुर एवं उदयपुर में एक-एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला। उन्होंने बताया कि सभी संक्रमितों को होम कोरंटीन कर दिया गया और उनके संपर्क में आने वालों को ट्रेस कर जांच कराई जाएगी।
रोडवेज बस अड्डा, रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग के लिए टीम तैनात है। शहर से लेकर जिले भर में लोगों की कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग कराई जा रही है। बुजुर्ग एवं बीमार लोगों का टीकाकरण भी हो रहा है। संक्रमण से बचने के लिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करें।
- डॉ. मनोज अग्रवाल, सीएमओ